⭐ "एक
नई उड़ान: जेनेलिया डिसूज़ा की फिर से चमकती सितारे जैसी वापसी"
🌟
बॉलीवुड में किसी भी
अभिनेत्री के लिए लंबे समय बाद वापसी करना आसान नहीं होता – विशेषकर जब वह
शादीशुदा हो और माँ भी बन चुकी हो। लेकिन जेनेलिया डिसूज़ा ने यह दिखा दिया है कि
न तो शादी और न ही मातृत्व किसी महिला की पहचान या उसकी प्रतिभा को सीमित कर सकते
हैं।
🎬 शुरुआत
की मासूमियत से लेकर सुपरहिट तक
साल 2000 के
दशक की शुरुआत में जेनेलिया ने अपने चुलबुले अंदाज़ और मासूम मुस्कान से सबका दिल
जीत लिया। ‘जाने तू या जाने ना’, ‘बोम्मरिल्लू’ और ‘तेरे
नाल लव हो गया’ जैसी फिल्मों में उनका अभिनय आज भी याद
किया जाता है।
लेकिन 2012 के
बाद उन्होंने फिल्मी दुनिया से दूरी बना ली — पारिवारिक जीवन, शादी और बच्चों की परवरिश को प्राथमिकता दी।
🎥 वापसी
नहीं,
बल्कि एक साहसिक बयान
2022 में
मराठी फिल्म ‘वेड’ से उन्होंने
धमाकेदार वापसी की। इस फिल्म को उनके पति रितेश देशमुख ने निर्देशित किया और यह
फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बड़ी हिट साबित हुई। जेनेलिया की अदायगी को दर्शकों ने भरपूर
सराहा।
अब उनकी आने वाली हिंदी
फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ में वे आमिर खान के
साथ नज़र आएंगी। यह फिल्म विशेष बच्चों और एक बास्केटबॉल कोच की कहानी है।
जेनेलिया इसमें आमिर की पत्नी की भूमिका निभा रही हैं, लेकिन
असल ज़िन्दगी में वह एक और बड़ी भूमिका निभा रही हैं – हिंदी सिनेमा में बदलाव की
अगुवाई।
> “मुझे
नजरअंदाज़ मत करो सिर्फ इसलिए क्योंकि मैं शादीशुदा हूँ।” — जेनेलिया
उनका यह बयान इंडस्ट्री
के पुराने सोच वाले नियमों को सीधी चुनौती देता है।
💫 क्यों
उनकी वापसी है खास
v जागरूक किरदारों का
चयन: जेनेलिया सिर्फ स्क्रीन पर आने के लिए रोल नहीं चुन रहीं — उनके किरदारों में
गहराई और उद्देश्य है।
v खुलकर बोलना: उन्होंने
शादीशुदा अभिनेत्रियों के साथ होने वाले भेदभाव पर खुलकर बात की है।
v भावनात्मक जुड़ाव: दर्शक
उन्हें सिर्फ एक अभिनेत्री नहीं बल्कि एक प्रेरणादायक महिला के रूप में देख रहे
हैं।
🌟
नारी सशक्तिकरण की नई
मिसाल
जेनेलिया ने यह साबित कर दिया है कि
किसी भी महिला का करियर उसकी पारिवारिक स्थिति से तय नहीं होता। वह आज उन लाखों
महिलाओं की प्रतीक बन गई हैं जो मातृत्व और शादी के बाद भी अपने सपनों की उड़ान
भरना चाहती हैं।
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