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Beyond Borders: जब भारत और इज़राइल ने खामोशी से इतिहास रचा

 

भारत और इज़राइल की खुफिया साझेदारी: RAW और Mossad का गुप्त गठबंधन

भारत-इज़राइल: गुप्त मिशन की साझेदारी

भारत और इज़राइल दो ऐसे देश हैं जिनकी सुरक्षा चुनौतियाँ भले ही भौगोलिक रूप से अलग हों, लेकिन रणनीतिक दृष्टिकोण से काफी मिलती-जुलती हैं। दोनों देशों ने आतंकवाद, सीमापार खतरों और गुप्त अभियानों से निपटने के लिए अपनी खुफिया एजेंसियों — भारत की RAW (Research and Analysis Wing) और इज़राइल की Mossad — के बीच दशकों से गहरा सहयोग विकसित किया है।

भारत की Research and Analysis Wing (RAW) और इज़राइल की Mossad ने बीते वर्षों में एक deep-rooted clandestine partnership विकसित की है, जो पारंपरिक सैन्य गठजोड़ से कहीं अधिक सूक्ष्म और प्रभावशाली है। यह गठबंधन उन खतरों को target करता है, जो conventional warfare से परे हैं—cross-border terrorism, cyber infiltration, और covert operations

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

RAW की स्थापना 1968 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में RN काओ के नेतृत्व में की गई थी। उसी दौर में Mossad के साथ RAW का संपर्क शुरू हुआ, जब पाकिस्तान, चीन और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ते गुप्त सैन्य संबंधों को लेकर भारत और इज़राइल दोनों चिंतित थे।

प्रमुख बिंदु:

  1. 1970 के दशक में RAW और Mossad ने मिलकर पश्चिम एशिया में पाकिस्तान समर्थित गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू की।
  2. Mossad ने RAW को counterterrorism, urban warfare, और hostage rescue जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण देना शुरू किया।

ऑपरेशन ब्लू स्टार और Mossad की भूमिका

1984 में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में चलाए गए ऑपरेशन ब्लू स्टार के लिए भारत के Special Group commandos को Mossad द्वारा विशेष प्रशिक्षण दिया गया था। यह प्रशिक्षण अत्यधिक संवेदनशील था और इसमें इज़राइली तकनीकों का उपयोग किया गया।


 

आधुनिक सहयोग और रणनीतिक साझेदारी

1992 में भारत और इज़राइल के बीच औपचारिक राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद, दोनों देशों के बीच सुरक्षा और खुफिया सहयोग और भी मजबूत हुआ।

हालिया सहयोग:

  1. 26/11 मुंबई हमलों के बाद, Mossad और RAW के बीच anti-terror intelligence sharing तेज़ हुई।
  2. इज़राइल ने भारत को Heron UAVs, Phalcon AWACS, और Barak-8 मिसाइल सिस्टम जैसे अत्याधुनिक रक्षा उपकरण भी प्रदान किए हैं।
  3. Intelligence Exchange: Indo-Israeli collaboration ने एक ऐसा intelligence pipeline खड़ा किया है, जिसमें sensitive inputs real-time में साझा किए जाते हैं—विशेषकर पाकिस्तान और West Asian terror outfits की गतिविधियों को लेकर।

  4. Tech Transfer & Cybersecurity: इज़राइली defense startups ने भारत को AI-powered surveillance systems, facial recognition tools, और communication intercept tech उपलब्ध कराया है, जो RAW की डिजिटल आक्रामकता को और धार देता है।

  5. Joint Training Modules: Israeli counter-terror experts भारतीय कमांडोज़ को urban warfare tactics, drone surveillance, और hostile infiltration scenarios में प्रशिक्षित करते हैं। इससे एक hybrid skillset तैयार होता है जो RAW को unmatched agility देता है।

  6. Special Ops Blueprinting: Mossad के legendary operations, जैसे Operation Wrath of God, ने RAW के future missions को tactical inspiration दी है—जैसे 2019 Balakot Airstrike की तयारी में indirect advisory influence माना गया है।

 

RAW (Research and Analysis Wing) के प्रमुख ऑपरेशन

1.        ऑपरेशन स्माइलिंग बुद्धा (1974) भारत के पहले परमाणु परीक्षण को गुप्त रखने की जिम्मेदारी RAW को दी गई थी। RAW ने अमेरिका, चीन और पाकिस्तान जैसी शक्तियों को बिना भनक लगे इस परीक्षण को सफल बनाया।

2.       ऑपरेशन मेघदूत (1984) सियाचिन ग्लेशियर पर पाकिस्तान से पहले कब्ज़ा जमाने के लिए RAW ने सेना

3.      को खुफिया जानकारी दी, जिससे भारत ने रणनीतिक बढ़त हासिल की।ऑपरेशन कैहूटा पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम की जानकारी जुटाने के लिए RAW ने वहां के नाई की दुकानों से बालों के नमूने इकट्ठा किए। हालांकि बाद में यह ऑपरेशन एक राजनीतिक गलती के कारण विफल हो गया।

4.      CIT-X और CIT-J (1980s) खालिस्तान आंदोलन और ISI की गतिविधियों को रोकने के लिए RAW ने दो गुप्त टास्क फोर्स बनाई — एक पाकिस्तान को निशाना बनाने के लिए और दूसरी पंजाब में आतंकवाद को खत्म करने के लिए।

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निष्कर्ष

RAW और Mossad की साझेदारी एक गुप्त लेकिन अत्यंत प्रभावशाली गठबंधन हैजिसने भारत की सुरक्षा रणनीति को वैश्विक स्तर पर मजबूती दी है। यह सहयोग न केवल तकनीकी और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैबल्कि यह दर्शाता है कि कैसे दो लोकतांत्रिक देश साझा खतरों से निपटने के लिए एकजुट हो सकते हैं।

 

लेखक परिचय | About the Author

DIWAKAR RAJBHAR

“Knowledge should not be boring — it should be bold, beautiful, and relatable.”

DIWAKAR RAJBHAR — "एक तकनीकी सोच वाला लेखक और Viral Hindi Post का निर्माता। I bring together desi depth with global clarity to make every post informative, emotional, and impactful. मेरी खासियत है गहराई से रिसर्च करना, कंटेंट को कल्चर और इमोशन के साथ पेश करना, और हर आर्टिकल को एक नया एंगल देना। मैं bilingual हूँ — तो आपको मिलेगा हिंदी में भाव, और अंग्रेज़ी में ग्लोबल नज़रिया। तकनीकी एनालिसिस से लेकर रोचक फैक्ट्स तक, मैं हर पोस्ट में कुछ ऐसा डालने की कोशिश करता हूँ जो आपको सोचने पर मजबूर कर दे।

“Hindi मेरा दिल है, English मेरा विस्तार।”

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